चेहरे क्रीम पाउडर से नहीं बल्कि काबिलियत से चमकते हैं
Farmer Son Motivational Story in Hindi
दोस्तों, एक किसान अपने बच्चों को पढ़ाने में अपनी पूरी जिंदगी लगा देता हैं और उफ्फ तक नहीं करता| ऐसी ही एक कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं| जिससे आपको समझ आएगा की चेहरे क्रीम पाउडर से नहीं बल्कि काबिलियत से चमकते हैं|
तो आइए दोस्तों इस कहानी को पढ़ते हैं और आप इस कहानी से क्या सीखते हैं हमे Comment करके जरूर बताए………. Farmer Son Motivational Story in Hindi.
किसी ने बड़ी कमाल की बात कही हैं कि चेहरे क्रीम पाउडर से नहीं बल्कि काबिलियत से चमकते हैं| यह कहानी एक लड़के की हैं जिसका नाम रोहन होता हैं| जो गाँव से शहर इंटरव्यू देने के लिए गया| उसने जॉब के लिए पहले से ही फॉर्म भर रखा था, वो अंदर ऑफिस में गया जहां इंटरव्यू लिया जा रहा था|
उससे काफी सारे सवाल पूछे गए!
जो इंटरव्यू ले रहे थे, उन्होंने उस लड़के से पूछा कि आपके पापा क्या करते हैं?
रोहन ने जवाब दिया कि मेरे पापा एक किसान हैं|
तब इंटरव्यू वाले ने पूछा क्या आपने कभी अपने पापा के साथ खेत में जाकर उनकी मदद की हैं?
क्या आपको खेत में फसल के बारे में कुछ जानकारी हैं और क्या आपने कभी उनकी मदद करने के लिए सोचा|
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इस पर ने रोहन ने जवाब दिया कि नहीं… सर् सोचा तो था और जानना भी चाहा लेकिन शायद मेरे पिता जी ऎसा नहीं चाहते थे, इसलिए उन्होंने कभी मुझे खेत के बारे में जानने नहीं दिया और ना ही कभी खेत में जाने दिया|
वो चाहते थे कि मेरा ध्यान सिर्फ पढ़ाई पर रहे|
ये सब सुनने के बाद इंटरव्यू लेने वाले ने कहा कि आज तुम अपने गाँव अपने घर जाओ और अपने पापा के हाथ और पैरों को देखिए, और कल फिर आना|
रोहन बाहर निकला और सोचने उन्होंने मुझे कल बुलाया हैं इसका मतलब यह है कि उन्होंने मुझे जॉब पर रख लिया हैं|
ये सब सोचकर रोहन गाँव में मिठाई लेकर जाता हैं और अपने परिवार वालों को ये खुशखबरी देता हैं और अपने पिता जी को बताता कि उन्होंने मुझे कल बुलाया हैं मेरा सिलेक्शन हो गया हैं, पिता जी आप मिठाई खाओ|
इसके बाद अचानक से रोहन को याद आता हैं कि इंटरव्यू लेने वाले ने कहा था अपने पिता जी के हाथ और पैरों को देखकर आना|
उसने तुरंत अपने पिताजी को हाथ और पैर दिखाने के लिए कहा, लेकिन पिता जी नहीं चाहते थे कि वह उनके हाथ और पैरों को देखे|
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बेटे की जिद्द के आगे उन्हें अपने हाथ पैरों को दिखाना ही पड़ा, पिता जी के हाथ पैर जगह-जगह से कटे-फटे हुए थे| खेत में काम करने की वजह से उनके हाथ पैर सख्त हो गए थे|
रोहन ने ये सब देखा तो उसकी आँखों में आंसू आ गए|
उसे तब महसूस हुआ कि उसके पिता जी ने इतनी मेहनत करके उसे इतना पढ़ाया लिखाया और यहां तक पहुंचाया हैं|
उसके बाद लड़के ने पूरी रात बैठ कर अपने पिता जी के साथ बहुत सारी बाते की|
अगली सुबह फिर वो इंटरव्यू देने के लिए पहुंचा, इंटरव्यूर ने पूछा आपने पापा से बात की उनके हाथ पैर देखे, आपको क्या समझ आया?
आपने क्या महसूस किया कल?
तो रोहन ने बताया कि कल मुझे रिश्ते की अहमियत समझ में आयी, कितना बलिदान देना होता हैं,अपनों को पढ़ाने में|
जब वो ये सारी बाते बोल रहा था, तब इंटरव्यूर ने कहा कि मुझे यही सारी क्वालिटी अपने मैनेजर में चाहिए थी|
अब तुम शायद सही इंसान बन गए हो|
दोस्तों! ये छोटी सी कहानी हमे यह सिखाती हैं कि लाइफ में अच्छे पैरेंट्स का होना बहुत जरूरी है और अगर हमें यह खाजाना मिला हैं तो हमें अपने माता-पिता का आदर और सम्मान करना चाहिए|
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Sanjana
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